Header Ads Widget

Responsive Advertisement

Ticker

6/recent/ticker-posts

कांग्रेस के संस्कारी नेताओं के बोल -कुत्तों की तरह लड़ते हैं बीजेपी नेता: अय्यर


जयपुर।। बयानों की वजह से हमेशा विवाद में रहने वाले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर विवादित बयान दे डाला है। कांग्रेस के चिंतिन शिविर के दूसरे और आखिरी दिन उनहोंने बीजेपी पर तीखा निशाना साधा। बीजेपी को लेकर तो वह यहां तक कह गए कि उनके नेताओं में प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनने के लिए 'कुत्ते-बिल्ली' की तरह झगड़ा होता है।

संवाददातओं ने जब अय्यर से कहा कि बीजेपी कहती है कि कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनावों में पीएम पद का प्रत्याशी घोषित करने से हिचक रही है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अय्यर बोले कि पहले बीजेपी अपना प्रत्याशी घोषित करे। उन्होंने कहा कि उनके नेता तो आपस में कुत्ते-बिल्ली की तरह लड़ रहे हैं। अय्यर ने यह भी कहा कि बीजेपी आरएसस की कठपुतली है।

मणिशंकर अय्यर ने यह भी कहा कि सरकार और पार्टी में तालमेल की कमी है। सरकार को पार्टी की बात सुननी चाहिए। उन्होंने राहुल के नेतृत्व करने के संदर्भ में कहा कि अगुवाई करने का फैसला राहुल को करना है और अगर वह आगे आते हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा। वैसे यहां बता दें कि अय्यर का विवादित बयानों से रिश्ता पुराना है। 

शुक्रवार यानी कल डीजल को लेकर देश में मच रही हाय-तौबा पर उन्होंने कहा था, 'देश की जनता एक कौड़ी भी नहीं देना चाहती है। अगर जनता को एक भी कौड़ी देनी पड़ेगी तो वह हमेशा नाराज ही होगी। जनता तब और भी नाराज हो जाएगी जब हमारी आर्थिक स्थिति इतनी बुरी हो जाए कि आज जो सब्सिडी दी जा रही है वह भी उनके हाथ से निकल जाए।'

तकरीबन डेढ़ महीने पहले अय्यर ने कहा था कि संसद में आकर विपक्षी दल के सांसद जानवरों की तरह व्यवहार करते हैं। अय्यर ने इस बयान पर माफी मांगने से भी इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि उन्हें अपने बयान पर जरा भी अफसोस नहीं है।
वैसे भी कांग्रेस का संस्कार का अपना इतिहास रहा है महात्मा गांधी जी ने तो सुभाष बाबू के कांग्रेस के अध्यक्ष बनने पर उनकी अध्यक्षता तक मानने से इन्कार कर दिया था।भारतीय क्रान्ति कारियों को बहुत ही बड़िया बड़िया गालियों से नवाजते थे कांग्रेस के नेता तो यह कोई नई बात नही है जनता तक तो उस समय खबरें नही आती थी क्योंकि अग्रेंज सरकार के पिठ्ठू समाचार पत्र ही जनता तक पहुँचते थे और कांग्रेस के लीडर या अग्रेंज सरकार जो लिखाती थी वही वे लिखते थे सो जनता उस समय के नेताओं को जान ही नही पायी थी आज चूंकि जमाना मीडिया का है सो पता चल जाता है।वरना यह कोई नयी बात नही है वैसे भी आपात काल में हिन्दुओं पर किये गये अत्याचार तथा 1984 में सिख्खों पर किये गये नरसंहार इसकी बड़ी लम्बी फेहरिस्त बनाते हैं।बाकी की पूर्ति कांग्रेस के दिग्गी राजा,मनीष तिवारी,जायसबाल, व अय्यर सहाब के बयानों से जनता जान ही रही है।
   प्रभु हमारे देश की इन लोगों से रक्षा करें।  

Post a Comment

0 Comments