ओजस्वी वाणी संबाद के.पी.सिंह कुसवाह
डिबाई-भा.ज.पा. में 21 जनवरी को जनक्रांन्ति पाटी के विलय होने की तारीख नजदीक आते ही पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने पूरी तैयारियॉ जोर शोर से शुरू कर दी है। भा.ज.पा. के कार्य कर्ताओं में काफी जोश है। वह ऐसे तैयारी में लगे हैं जैसे किसी नरेश का आगमन हो। आखिर हो भी क्यों ना क्योंकि भा.ज.पा और कल्याणसिंह व उनके पुत्र राजवीरसिंह उर्फ राजू भईयां हिन्दुवादी होने के कारण उनके विचार भा.ज.पा से मेल खातें है। फिर मिलन क्यों न हों।
कल्याणसिंह का बुलन्दशहर,अलीगढ़,एटा, कासगंज व कई अन्य जिलों में अपनी बिरादरी में काफी अच्छा प्रभाव है। इस बात से भा.ज.पा भी अनभिज्ञ नहीं है।दोनों अलग रहकर अंजाम देख चुके है। इसीलिए दोनों ने गिले शिकवे भुलाकर एक होने की राह अपनायी है। जो पार्टी व देश प्रदेश हित में सराहनीय है। डिबाई से करीब 30 बसें जायेगी जो खचाखच भरी होगी जिसकी जोरदार तैयारियाँ चल रही है।
राजू भईया के करीबी विजयपाल,अशर्फीलाल,वीरपाल,भोला भैया,वीरपाल छत्तू नगला, चन्द्रपालसिंह, मलखानसिंह,रामचन्द्रसिंह,ओमप्रकाश वर्मा,रामप्रसाद,चेतनराज लोधी,अजय लोधी,रामवीर फौजी,विपन माहेश्वरी,अजय सागर,विवेक वार्श्णेय,रमेश चन्द,जमुना दास प्रधान, आदि लोग तैयारियों लगे हुए है।
पार्टीयों के मिलन में अब कुछ ही घंटे की दूरी है इस मिलन का डिबाई विधान सभा एवं लोक सभा क्षेंत्र पर गहरा असर होगा। जिसका परिणाम 2014 के लोक सभा चुनाव में देखने को मिलेगा। राजू भैया पहले ही कह चुके है कि हमारा विलय किसी शर्त के बिना हुआ है। पार्टी के निर्देशों का पालन किया जायेगा।
डिबाई-भा.ज.पा. में 21 जनवरी को जनक्रांन्ति पाटी के विलय होने की तारीख नजदीक आते ही पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने पूरी तैयारियॉ जोर शोर से शुरू कर दी है। भा.ज.पा. के कार्य कर्ताओं में काफी जोश है। वह ऐसे तैयारी में लगे हैं जैसे किसी नरेश का आगमन हो। आखिर हो भी क्यों ना क्योंकि भा.ज.पा और कल्याणसिंह व उनके पुत्र राजवीरसिंह उर्फ राजू भईयां हिन्दुवादी होने के कारण उनके विचार भा.ज.पा से मेल खातें है। फिर मिलन क्यों न हों।
कल्याणसिंह का बुलन्दशहर,अलीगढ़,एटा, कासगंज व कई अन्य जिलों में अपनी बिरादरी में काफी अच्छा प्रभाव है। इस बात से भा.ज.पा भी अनभिज्ञ नहीं है।दोनों अलग रहकर अंजाम देख चुके है। इसीलिए दोनों ने गिले शिकवे भुलाकर एक होने की राह अपनायी है। जो पार्टी व देश प्रदेश हित में सराहनीय है। डिबाई से करीब 30 बसें जायेगी जो खचाखच भरी होगी जिसकी जोरदार तैयारियाँ चल रही है।
राजू भईया के करीबी विजयपाल,अशर्फीलाल,वीरपाल,भोला भैया,वीरपाल छत्तू नगला, चन्द्रपालसिंह, मलखानसिंह,रामचन्द्रसिंह,ओमप्रकाश वर्मा,रामप्रसाद,चेतनराज लोधी,अजय लोधी,रामवीर फौजी,विपन माहेश्वरी,अजय सागर,विवेक वार्श्णेय,रमेश चन्द,जमुना दास प्रधान, आदि लोग तैयारियों लगे हुए है।
पार्टीयों के मिलन में अब कुछ ही घंटे की दूरी है इस मिलन का डिबाई विधान सभा एवं लोक सभा क्षेंत्र पर गहरा असर होगा। जिसका परिणाम 2014 के लोक सभा चुनाव में देखने को मिलेगा। राजू भैया पहले ही कह चुके है कि हमारा विलय किसी शर्त के बिना हुआ है। पार्टी के निर्देशों का पालन किया जायेगा।
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